लहर संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ लहरी] १. हवा के झोंके से एक दूसरे के पीछे ऊँची उठती हुई जल की राशि । बड़ा हिलोरा । मौज । उ॰—लोल लहर उठि एक एक पै चलि इमि आवत ।—हरिश्चंद्र (शब्द॰) ।