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पोप

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पोप संज्ञा पुं॰ [अं॰] ईसाइयों के कैथलिक संप्रदाय का प्रधान धर्मगुरु । विशेष— इसका प्रधान स्थान यटूरोप में इटली राज्य का रोम नगर है । चौदहवीं शताब्दी तक संसार के सभी ईसाई धर्मावलंबी राज्यों पर पोप का बडा प्रभाव था । पद्रहवीं शताब्दी में लूथर नामक एक नए संप्रदायस्थापक की शिक्षा से पोप का अधिकार घटने लगा, पर पुराने कैथलिक संप्रदाय के माननेवालों में पोप का अभी वैसा ही आदर है । उनका अभिषेक आदि उसी प्रकार किया जाता है जैसे महाराजाओं का होता है । यौ॰—पोपलीला — धार्मक:आडंबर । झूठा प्रदर्शन । ढोंग ।