हथ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हथ ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ हस्त; प्रा॰ हात्थ, हथ्थ; हिं॰ हाथ] 'हाथ' का संक्षिप्त रूप जिसका व्यवहार समस्त पदों में होता है । जैसे,— हथकंडा, हथफेर, हथलेवा । उ॰—रघुनाथ श्री हथ हथे रावण, परम संता कीध पावण ।—रघु॰ रू॰, पृ॰ २२७ ।
हथ ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. आघात ।
२. बध । हनन । हत्या ।
३. मौत । मृत्यु ।
४. दुखी या निराश मनुष्य [को॰] ।
हथ † ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰ हस्ति, प्रा॰ हत्थि, हथ्थि, हिं॰ हाथी] 'हाथी' शब्द का संक्षिप्त रूप जो समस्त पदों में व्यवहृत किया जाता है । जैसे,—हथनाल, हथशाला आदि ।